पाठ -1 (ओ३म् ध्वज गीत )
प्रश्न -1 “ जयति ओ३म् ध्वज व्योमविहारी ” गीत किस झण्डे के फहराने
पर बोला जाता है ?
उत्तर-1 “ जयति ओ३म् ध्वज व्योम विहारी “ गीत ओ३म् के झण्डे को
फहराने पर बोला जाता है |
प्रश्न - 2 साम्य सुमन विकसाने वाला “ का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर -2 “ साम्य सुमन विकसाने वाला ” का तात्पर्य है कि – समानता रुपी पुष्पों को विकसाने वाला अर्थात् परमात्मा | परमात्मा से तात्पर्य ओ३म् | परमात्मा की नजरों में सब समान हैं | “ साम्य सुमन विकसाने वाला विश्व विमोहक भवभय हारी........... ” |
प्रश्न-3 “ इसके ”शब्द का अर्थ यहाँ क्या है |
उत्तर 3 “ इसके “ शब्द का अर्थ यहाँ ओ३म् है | ” इसके नीचे बढे अभय मन.......” |
प्रश्न -4 वेद ज्ञान के घर-घर में भर जाने से क्या लाभ होगा ?
उत्तर -4 वेद ज्ञान के घर-घर में भर जाने से यह लाभ होगा कि – सारे संसार के घरों से अविद्या रुपी= अज्ञानता का अन्धकार मिट जाएगा और कल्याण करने वाली शान्ति फैलेगी | सबका कल्याण होगा |
प्रश्न -5 आर्य जनों का अटल निश्चय क्या होना चाहिए ?
उत्तर -5 आर्य जनों का अटल निश्चय सारी पृथ्वी के लोगों को आर्य बनाना होना चाहिए | आर्य= अर्थात् श्रेष्ठ या उत्तम समाज का निर्माण करना |
“ आर्य जनों का ध्रुव निश्चय हो -आर्य बनावें वसुधा सारी ”
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